- वीणा भाटिया
विश्वविख्यात रूसी कथाकार और नाटककार
अंतोन पाव्लोविच चेखव का जन्म दक्षिण रूस के तगानरोग में 29
जनवरी, 1960 को हुआ था। उन्होंने कथा साहित्य में एक
नए युग की ही शुरुआत की थी। वह यथार्थवादी रचनाकार थे। चेखव पेशे से डॉक्टर थे।
साहित्य रचना के साथ-साथ डॉक्टरी का पेशा उन्होंने कभी नहीं छोड़ा। एक बार
उन्होंने मजाक में कहा था - मेडिसिन मेरी लॉफुल वाइफ है और लिटरेचर मिस्ट्रेस।
चेखव ने परंपरागत कहानियों में आने वाले
नैतिकतावादी आग्रहों को अस्वीकार कर दिया। उनका कहना था कि एक आर्टिस्ट का काम
सवाल खड़े करना है, न कि उनका जवाब देना। चेखव के नाटक 'द सैगल', 'अंकल वान्या' और
'थ्री सिस्टर्स' विश्वप्रसिद्ध
हैं। चेखव अपने नाटकों के मंचन में बहुत रुचि लेते थे और उनके रिहर्सल के दौरान
खुद मौजूद रहते थे।
चेखव के समय में रूसी समाज भीषण उथल-पुथल
के दौर से गुजर रहा था। इस दौर में नया उभरता मध्यवर्ग नवीन आशाओं और आकांक्षाओं
का वाहक था, पर उसके जीवन में भी विडम्बनाएं कम नहीं
थीं। इसी मध्यवर्ग के जीवन की सच्चाइयों को सामने लाने का काम चेखव ने बहुत ही
संवेदनशीलता के साथ किया।
1879 में चेखव ने मॉस्को स्टेट मेडिकल
यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। 1884 में उन्होंने
मेडिकल परीक्षा पास कर ली और बतौर फिजिशियन काम शुरू किया। अगले ही साल चेखव बीमार
पड़ गए। उन्हें लाइलाज बीमारी तपेदिक हो गई। लेकिन वे लगातार लिखते रहे। 1886 में उन्हें सेंट पीटर्सबर्ग के मशहूर अखबार 'नोवोया
रेम्या' के लिए लिखने का आमंत्रण मिला। इसके अरबपति मालिक
एलेक्सी सुवोरिन ने उन्हें उस समय के हिसाब से दोगुना पारिश्रमिक दिया। वे चेखव के
आजीवन अभिन्न मित्र बने रहे। उसी दौरान रूस के बड़े साहित्यकारों के बीच उनकी
पहचान बनी। 1887 में चेखव को प्रतिष्ठित पुश्किन प्राइज
मिला। चेखव बहुत ज्यादा लिखते थे। कहा जाता है कि वे अपनी स्क्रिप्ट दोबारा नहीं
पढ़ते थे।
चेखव
अपने जीवनकाल में ही काफी प्रसिद्ध हो चुके थे। रूस के तमाम बड़े लेखकों के साथ
उनके प्रगाढ़ संबंध थे। टॉल्सटाय और गोर्की जैसे लेखक उनका काफी सम्मान करते थे।
बीमारी के बावजूद चेखव कठिन परिश्रम करते थे। वे लगातार लेखन और अपने नाटकों के
मंचन के सिलसिले में व्यस्त रहते थे। उनकी बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही थी। 15 जुलाई, 1904 को महज 44
साल की उम्र में इस महान लेखक का निधन हो गया।
जेम्स ज्वॉयस, वर्जिनिया
वुल्फ, कैथरीन मैन्सफील्ड जैसे साहित्यकारों ने उनके लेखन
के महत्त्व को रेखांकित किया। मशहूर नाटककार जॉर्ज बर्नाड शॉ ने उन्हें युग
प्रवर्तक साहित्यकार बताया। अर्नेस्ट हेमिंग्वे ने उन्हें अद्वितीय नाटककार बताया।
चेखव एक ऐसे मानवतावादी रचनाकार थे, जिन्होंने अपनी
कृतियों में युगीन आकांक्षाओं को अभिव्यक्त किया।